शिक्षा सीखने और सिखाने की व सतत और शाश्वत प्रक्रिया है | हमारे जीवन का हर अनुभव हमारे लिए एक शिक्षा लेकर आता है |अनुभव हमें चीजों की प्रति एक व्यवहारिक दृष्टिकोण देता है और परिपक़्व बनाता है , दूसरे शब्दों में एक गुरु की भांति हमारा मार्गदर्शन करता है और जीवन पथ पर लगातार सीखते हुए आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है |
मेरे उद्देश्य बच्चों को प्रकृति, पर्यावरण और त्वरित गति से बदलती परिस्थितियों के साथ सामंजस्य बिठा कर जीना सिखाते हुए शिक्षित करना है , ताकि हर बच्चा भविष्य का एक सफल व्यक्ति के साथ-साथ एक सफल नागरिक भी बन सके | धरती का हर व्यक्ति, हर जीवन, हर कण का पृथक अस्तित्व होते हुए भी उसके बीच के अन्योन्याश्रय संबंध को नकारा नहीं जा सकता है , तदनुसार वे एक दूसरे को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्रभावित भी करते है |
हम सब मिलकर पाठ्यक्रम को पुस्तकों के साथ-साथ अपने अनुभवों से अपने आप को इतना समृद्ध और शिक्षित करें कि भविष्य में जीवन की चुनौतियों को कुशलता से सामना करते हुए जीवन के हर पहलू में संतुलन बनाते हुए , एक परिपक़्व नागरिक की भांति एक शिक्षित और सम्य समाज बनाने में अपना योगदान दें | हम सभी मिलकर “अत दीपा विहस्त” के मंत्र को आत्मसात् करते हुए सतत् अपना प्रकाश स्वयं बनाने की चेष्टा करें |
धन्यवाद
( Chairperson’s Desk )